ब्लैक मनी के खिलाफ अभियान चलाना जरुरी है इस से पहले विदेशो से काला धन भी देश में आना चाहिए।ऐसा लगता है कि महज राजनितिक करणो से यह अभियान चलाया गया है।प्रदेशो में इलेक्शन है जनता काम पूछेगी काम कुछ खास किया नही,इसी सहारे जीतने की कोशिश होगी।जीत गए तो राज्य सभा में भी मेजोरिटी आजाएगी।फिर कोई विपक्ष होगा नहीं जो चाही सो करो।प्लास्टिक मनी का प्रोहत्सान सही है किंतु 80%जनता ग्रामीण है।सब के पास फ़ोन हो सकते है किंतु अंरोइड फ़ोन नहीं।भूख से बिलखते आदमी को रोटी चाहिए फ़ोन नहीं,आज भी अधिकांश महिलाए,वृद्धजन,बिमार्जन अपनी वर्षो की जमा पूंजी घर पे ही रखना पसंद करेगे ,चाहे 0बैलेन्स से अकाउंट खुलवादो,फिरभी घर पे ही जमा पूंजी रखना पसंद करेगे।मजबूरी है क़ि वो पैसा आज बैंक में जमा कराना पड़ रहा है।क्या इसे ब्लैक मनी माना जा सकता है।संक्षेपत में बस इतना ही क़ि गवर्नेन्स गुड नहीं हो पाई,इंतजाम ठीक नहीं हो पाए,जनता दुखी हो रही है।कृपया कुछ राजनिति से ऊपर देश हित की सोचो।देश नई सरकार बदली है उस का विश्वास न टूटने पाए।
ब्लैक मनी के खिलाफ अभियान चलाना जरुरी है इस से पहले विदेशो से काला धन भी देश में आना चाहिए।ऐसा लगता है कि महज राजनितिक करणो से यह अभियान चलाया गया है।प्रदेशो में इलेक्शन है जनता काम पूछेगी काम कुछ खास किया नही,इसी सहारे जीतने की कोशिश होगी।जीत गए तो राज्य सभा में भी मेजोरिटी आजाएगी।फिर कोई विपक्ष होगा नहीं जो चाही सो करो।प्लास्टिक मनी का प्रोहत्सान सही है किंतु 80%जनता ग्रामीण है।सब के पास फ़ोन हो सकते है किंतु अंरोइड फ़ोन नहीं।भूख से बिलखते आदमी को रोटी चाहिए फ़ोन नहीं,आज भी अधिकांश महिलाए,वृद्धजन,बिमार्जन अपनी वर्षो की जमा पूंजी घर पे ही रखना पसंद करेगे ,चाहे 0बैलेन्स से अकाउंट खुलवादो,फिरभी घर पे ही जमा पूंजी रखना पसंद करेगे।मजबूरी है क़ि वो पैसा आज बैंक में जमा कराना पड़ रहा है।क्या इसे ब्लैक मनी माना जा सकता है।संक्षेपत में बस इतना ही क़ि गवर्नेन्स गुड नहीं हो पाई,इंतजाम ठीक नहीं हो पाए,जनता दुखी हो रही है।कृपया कुछ राजनिति से ऊपर देश हित की सोचो।देश नई सरकार बदली है उस का विश्वास न टूटने पाए।